"Yell" और "shout" दोनों ही अंग्रेज़ी के शब्द हैं जिनका मतलब ज़ोर से आवाज़ निकालना होता है, लेकिन इन दोनों शब्दों के बीच में सूक्ष्म अंतर है। "Yell" का इस्तेमाल तब किया जाता है जब कोई बहुत ज़ोर से और अक्सर गुस्से या डर में चीखता है। दूसरी तरफ़, "shout" ज़ोर से बोलने के लिए एक अधिक सामान्य शब्द है और इसमें गुस्सा या डर ज़रूरी नहीं होता। "Shout" का इस्तेमाल खुशी में भी हो सकता है।
आइये कुछ उदाहरणों से समझते हैं:
He yelled at his brother because he broke his toy. (उसने अपने भाई पर चिल्लाया क्योंकि उसने उसका खिलौना तोड़ दिया था।) यहाँ "yell" का इस्तेमाल इसलिए हुआ क्योंकि भाई गुस्से में था।
She shouted with joy when she heard the good news. (उसने खुशी से चिल्लाया जब उसने अच्छी खबर सुनी।) यहाँ "shout" का इस्तेमाल इसलिए हुआ क्योंकि वह खुश थी, न कि गुस्से में।
The teacher shouted instructions to the students. (टीचर ने छात्रों को निर्देश देते हुए ज़ोर से बोला।) यहाँ "shout" का इस्तेमाल ज़ोर से आवाज़ लगाने के लिए हुआ, न कि किसी खास भावना के साथ।
The child yelled in fear when he saw the dog. (बच्चा डर के मारे चिल्लाया जब उसने कुत्ते को देखा।) यहाँ "yell" डर की भावना को दर्शाता है।
"Yell" अक्सर ज़्यादा तेज और तीव्र आवाज़ को दर्शाता है जबकि "shout" कम तीव्र भी हो सकता है। सोचिए, "yell" एक छोटी और तेज चीख है, जबकि "shout" ज़्यादा देर तक चल सकती है।
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